खबर उत्तर प्रदेश के जिला बलरामपुर से जहाँ पर भांग की आड़ में गाँजे का अवैध गोरखधंधा का व्यापार चलता है जी हम बात कर रहे है रेहरा थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर पुलिस के नाक नीचे अवैध कारोबार चल रहा है और पुलिस अंजान बनी घूम रही है जैसे इनको कुछ पता ही न हो अब बताते है कि कैसे भांग की आड़ में गाँजा बिक्री किया जाता है आबकारी विभाग से सरकारी भांग की दुकान का टेंडर होता है उसके जिसे टेंडर मिलता है उसे दुकान आवंटित कर दी जाती है उसके भांग न रखकर उसकी जगह गाँजे का व्यापार किया जाता है मार्केट के अंदर भांग खाने वालों की संख्या बहुत कम है जिससे लगाई गई धनराशि का आना है बहुत ही असंभव है इस ठेका को लेने के लिए लगभग दो से तीन लाख रुपये का खर्चा लगता है अब सवाल ये है कि दो से तीन लाख रुपये आये कैसे क्योंकि भांग की इतनी बिक्री है ही नही तो इसी लिए थाना और छतरी आबकारी निरीक्षक से साठगांठ करके इस अवैध गोरखधंधे को अंजाम दिया जाता है इसके बदले इनको ठेकेदार द्वारा मोटी रकम दी जाती है जिससे जान कर अंजान बने रहते हैं रेहरा थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर सालो से गाँजे का अवैध गोरख धंधा चल रहा है वीडियो में साफ साफ देख सकते हैं है कि कुड़सी पर बैठा व्यक्ति किस तरह गद्दे के नीचे से निकालकर लोगो गांजा देता हुआ नज़र आ रहा है इस पूरे मामले का वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है जो इस वक्त चर्चा का विषय बना हुआ है अब देखना होता है कि क्या रेहरा थाना इस मामले को संज्ञान में लेता है या नहीं।
रिपोर्ट:-जीतेंद्र तिवारी
संपादक क्राइम खुलासा न्यूज़
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