बाबा जयगुरुदेव उर्फ तुलसीदास पुत्र घूरेलाल जाति ब्राह्मण निवासी चिरौली संत आश्रम कृष्णा नगर मथुरा को कहीं गायब कर बगैर मृत्यु के ही मृत्यु की अफवाह फैला कर उनकी संपत्ति अपने नाम दर्ज कराने वाले पंकज यादव एवं उमाकांत तिवारी सहित अन्य के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराए जाने व जयगुरुदेव उर्फ तुलसीदास पुत्र घूरेलाल को उनके चंगुल से मुक्त कराई जाने की मांग को लेकर क्राइम खुलासा न्यूज़ के सम्पादक जीतेन्द्र तिवारी ने नगर मजिस्ट्रेट बहराइच को सौपा मांग पत्र
--------------------------------------------------------------दिनांक 23 मार्च 2020 को जीतेन्द्र तिवारी सहित कई लोगो ने पुलिस अधीक्षक मथुरा को सम्बोधित एक मांगपत्र जिलाधिकारी/नगर मजिस्ट्रेट महोदय बहराइच को देकर परम पूज्य तुलसीदास उर्फ जयगुरूदेव पुत्र घूरेलाल जाति ब्राह्मण निवासी चिरौली सन्त आश्रम कृष्णा नगर मथुरा की बगैर मृत्यु के ही उन्हे गायब कर फर्जी तरीके से उनके मृत्यु की अफवाह करके दाह संस्कार कर उनकी संस्था/ट्रस्ट को हथियाने वाले पंकज यादव व उमाकान्त तिवारी सहित उनके अन्य सहयोगियों के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत करवाकर परम पूज्य तुलसीदास उर्फ जयगुरूदेव पुत्र घूरेलाल जाति ब्राह्मण निवासी चिरौली सन्त आश्रम कृष्णा नगर मथुरा को उनके चंगुल से मुक्त कराये जाने की मांग की गयी। प्रस्तुत किये गये मांगपत्र में कहा गया है कि तुलसीदास उर्फ जयगुरूदेव पुत्र घूरेलाल जाति ब्राह्मण चिरौली सन्त आश्रम कृष्णानगर मथुरा के निवासी थे जिन्हे दिनांक 29.06.1975 को डी.आई.आर.मीसा में गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था जिन्हे कई जेलो में निरूद्ध रखने के बाद उन्हे 23 मार्च 1977 को दिल्ली तिहाड़ जेल से छोड़ दिया गया था। वे पुनः अपने आश्रम पर आकर लोगो को नामदान व धर्म उपदेश देने लगे, जिनके पंकज यादव ड्राइवर थे और उमाकान्त तिवारी मुख्य सेवादार थे दोनो लोग 24 घण्टे उनके साथ रहते थे और उन्होने अपने अन्य सहयोगियों के साथ अचानक आश्रम पर अफवाह फैलायी कि गुरूजी की तवियत खराब है, उनकी दवा करवाने लिए जा रहा हूं इसके बाद दिनांक 18.05.2012 को पुनः आश्रम पर लाकर रात में करीब 9:52 पर उन्हे मृत घोषित कर दिया। और जब इसकी सूचना पाकर दूसरे दिन शासन प्रशासन सहित देश के तमाम भक्त मथुरा आश्रम पर पहुंचे तो उन्हे नजदीक से गुरूजी का शरीर नही देखने दिया गया जिसपर लोगो ने आवाज उठायी कि यह गुरूजी की शरीर नही है यही नही अन्य चैनलो पर भी चल रहा था कि नकली बाबा का असली दाह संस्कार। जहां पर उपरोक्त दोनो लोगो ने अपने सहयोगियो के साथ मौजूद शासन प्रशासन व उनके भक्तो की आंख में धूल झोंककर जल्दबाजी करके उन्हे जला दिया गया इसके बाद उनके ट्रस्ट व संम्पत्ति आदि को अपने अन्य सहयोगियो के साथ मिलकर अपने नाम अंकित करवा ली गयी लेकिन अब तक हम लोगो के गुरु महाराज के मृत्यु होने का कोई भी अभिलेख हम लोगो को प्राप्त नही हो सका है जिससे स्पष्ट हो रहा है कि हमारे गुरूजी अब तक जीवित हैं और इन्ही लोगो के कब्जे में हैं। अब ज्ञात हुआ है कि मथुरा आश्रम पर जिनका दाह संस्कार किया गया वे परम पूज्य तुलसीदास उर्फ जयगुरूदेव पुत्र राम सिंह जाति अहीर निवासी खतौरा पोस्ट पिलखना तहसील भरथना जनपद इटावा के सन्त जी थे।
खास रिपोर्ट बृजेश शर्मा उपसंपादक क्राइम खुलासा न्यूज़
أحدث أقدم